ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यम् भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् |
गायत्री मंत्र, हिंदू धर्म में एक प्रसिद्ध मंत्र है जो सनातन वेदों में प्रथम स्थान पाता है। यह मंत्र ऋग्वेद की तीसरी मंडल में २०९३ ऋचाओं के बीच उल्लिखित है। गायत्री मंत्र का जप करने के कई लाभ माने गए हैं। यहां कुछ मुख्य लाभ हैं:
- मानसिक शक्ति का विकास: गायत्री मंत्र का जाप करने से मानसिक शक्ति में वृद्धि होती है और व्यक्ति की बुद्धि, ज्ञान, और समझ में सुधार होता है।
- शारीरिक स्वास्थ्य: इस मंत्र का जाप करने से शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है और ध्यान में रहने की क्षमता विकसित होती है।
- आत्मा की शुद्धि: गायत्री मंत्र के जाप से आत्मा की शुद्धि होती है और व्यक्ति की आध्यात्मिक उन्नति होती है।
- संतुलित चित्त: इस मंत्र का नियमित जाप करने से चित्त की संतुलना होती है और व्यक्ति में शांति और समाधान की भावना उत्पन्न होती है।
- समृद्धि और सफलता: गायत्री मंत्र का जाप करने से समृद्धि और सफलता की प्राप्ति होती है और व्यक्ति की जीवन में समृद्धि का स्थायी साधन होता है।
- भय के नाश: गायत्री मंत्र का नियमित जाप करने से भय और डर की भावना में कमी आती है और व्यक्ति में साहस और निर्भयता की भावना उत्पन्न होती है।
- परिवार में समानता: गायत्री मंत्र का जाप करने से परिवार के सदस्यों में समानता, संवाद, और प्रेम की भावना उत्पन्न होती है।
यद्यपि ये लाभ व्यक्ति के निष्कलंक भावनात्मक स्थिति, अभ्यास के समय, और नियमित जाप की प्रकृति पर भी निर्भर करते हैं। गायत्री मंत्र को श्रद्धा और समर्पण के साथ जपने से इन लाभों की प्राप्ति होती है।